रुड़की
- स्लग युवक की मौत पर घेरी कोवाली, ग्रामीणों ने किया पथराव, दो इस्पेक्टर व एक दरोगा घायल
एंकर
बेल्डा गांव के युवक की रविवार की देर रात ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आकर युवक की मौत हो गई। सोमवार को ग्रामीणों और परिजनों ने कुछ लोगों पर लोहे के सरिये से हमला कर हत्या का आरोप लगाते हुए रूड़की कोतवाली घेर ली और जमकर बवाल किया। कई कोतवाली थाने की पुलिस समेत पीएसी को तैनात किया गया। दोपहर बाद लोगाें ने पुलिस से धक्कामुक्की और हाथापाई कर दी। जिसके बाद पुलिस ने बलपूर्वक लोगों को लाठियां फटराकर खदेड़ दिया। लेकिन मामला यही नहीं थमा। यहां से लोग बेलडा गांव पहुंच गए। हाईवे जाम करने की आशंका के चलते भारी पुलिस बल गांव पहुंचा। यहां ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसमें दो इस्पेक्टर एक दरोगा सिर में चोट लगने से घायल हो गए। पुलिस ने बमुश्किल हालात पर काबू पाया। घायल पुलिस अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
आपको बता दे कि रूड़की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र स्थित बेलड़ा गांव निवासी पंकज (35) रुड़की के एक टैंट हाउस पर नौकरी करता है। बताया जा रहा है कि रविवार की रात करीब 11 बजे वह बाइक से घर जा रहा था। जैसे ही वह गांव के पास पहुंचा तो एक ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्मार्टम के लिए भेज दिया। उधर, सोमवार की सुबह करीब आठ बजे युवक के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में सिविल लाइंस कोतवाली पहुंचे और गांव के ही कुछ लोगाें पर लोहे के सरियों से हमला कर हत्या करने का आरोप लगाया। आरोप लगाया कि पंकज रात को जब गांव के पास पहुंचा तो डीजे बज रहा था। पंकज ने डीजे की आवाज कम करने की बात कही तो उक्त लोगाें ने हमला किया था। पुलिस ने परिजनों को बताया कि जांच में हादसे की बात सामने आई है। इससे नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए कोतवाली का घेराव किया। बवाल होने की आशंका पर पुलिस अधिकारियों ने पीएसी और आसपास के थानों का पुलिस बल बुलाया। साथी पुलिस अधिकारी आठ बजे से लेकर शाम चार बजे तक परिजनों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन परिजन व ग्रामीण कोतवाली में ही डटे रहे। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि शव को कोतवाली लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर एसपी देहात एसके सिंह, एएसपी निहारिका तोमर और सीओ पल्लवी त्यागी भारी फोर्स के साथ तैनात हो गए। वहीं, परिजन व ग्रामीण कोतवाली से नगर निगम चौक पर पहुंच गए और हंगामा करते हुए बवाल कर दिया। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों से धक्कामुक्की करते हुए हाथापाई कर दी। इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए लाठी फटकार कर भीड़ को खदेड़ा। नगर निगम चौक पर करीब पंद्रह से बीस मिनट तक हंगामा चलता रहा। वहीं, पुलिस ने सिविल अस्पताल से शव को दूसरे रास्ते से गांव भेजा। इस पर परिजन व ग्रामीण गांव पहुंचे। यहां हाईवे जाम किए जाने की आशंका को देखते हुए एसपी देहात फोर्स के साथ गांव पहुंच गए। शाम करीब छह बजे गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान मंगलौर कोतवाली प्रभारी मनोज मैनवाल एवं भगवानपुर प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण गंभीर घायल हो गए। जबकि दरोगा बारु सिंह चौहान को भी हल्की चोटें आई हैं। गांव में तनाव को देखते हुए सात थानों व कोतवाली का पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही पुलिस अधिकारी गांव में डेरा डालकर ग्रामीणों को समझाने में जुटे हैं।
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