• Fri. Oct 18th, 2024

गरीब व जरूरतमंद बच्चों के साथ लोहड़ी पर्व मनाया,,कालेश्वर महादेव मानव सेवा ट्रस्ट ने झुग्गी झोपड़िया में मिठाई बाटकर बनाया लोहड़ी का पर्व

ByADMIN

Jan 15, 2024
IMG 20240115 WA0022

गरीब व जरूरतमंद बच्चों के साथ लोहड़ी पर्व मनाया,,कालेश्वर मानव सेवा ट्रस्ट ने झुग्गी झोपड़िया में मिठाई बाटकर बनाया लोहड़ी का पर्वगरीब व जरूरतमंद बच्चों के साथ लोहड़ी पर्व मनाया,,कालेश्वर महादेव मानव सेवा ट्रस्ट ने झुग्गी झोपड़िया में मिठाई बाटकर बनाया लोहड़ी का पर्व

:
देशभर में लोहड़ी के पर्व को लेकर उत्साह दिखाई दिया तो वही कालेश्वर मानव सेवा ट्रस्ट की टीम ने  हरिद्वार की झुग्गी झोपड़िया में समर्थन और सामाजिक एकता के साथ, मिठाई बाटकर मनाया लोहड़ी पर्व …….

कालेश्वर  महादेव मानव सेवा ट्रस्ट की संस्थापक वैशाली शर्मा ने झुग्गी झोपड़िया के निवासियों के साथ लोहड़ी पर मनाने का अनूठा तरीका चुना पहले लोहड़ी पर्व की बधाई दी फिर मिठाई बाटकर पर्व को मनाया, इस अद्वितीय पहल में, समुदाय को एक संबोधन और सामूहिक आत्मसमर्पण के साथ मिलकर पर्व का मजा करने का मौका मिला।

 

झुग्गी झोपड़िया के निवासियों के साथ तस्वीरें 

Screenshot 20240115 072816 Gallery

 

कालेश्वर महादेव मानव सेवा ट्रस्ट का यह कार्यक्रम बताता है कि सामाजिक समर्थन के माध्यम से ही नहीं, बल्कि अपने समुदाय के सदस्यों के साथ आत्मसमर्पण के माध्यम से भी हम समृद्ध और एकत्र हो सकते हैं

कालेश्वर महादेव मानव सेवा ट्रस्ट की संस्थापक वैशाली शर्मा ने सभी को लोहड़ी पर्व की बधाईयाँ देेते हुये कहा कि लोहड़ी भारत की समृद्ध परंपरा, उत्कृष्ट कृषि व्यवस्था, सांस्कृतिक एकता और ऐतिहासिक विरासत का पर्व है इसीलिए इस पर्व को हमें इस पर्व को सभी के साथ मिलकर बनाना चाहिए यही वजह है कि हमने निर्णय लिया कि हम इस बार झुकी झोपड़िया में रह रहे निवासियों के साथ इस पर्व को मनाएंगे जो एकजुटता, सद्भाव व समरसता का संदेश देता है।

लोहड़ी पर्व फसल पकने की खुशी और उत्तम पैदावार के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। प्राकृतिक संसाधनों, सूर्य की किरणों व अन्य प्राकृतिक तत्वों के संयोजन से तैयार हुई स्वस्थ व समृद्ध फसलों के घर आने की प्रार्थना करने हेतु सभी लोग एकत्र होते हैं और उमंग व उल्लास के साथ फसलों के आने का उत्सव मनाते हैं।
लोहड़ी के अवसर पर सभी मिलकर भगवान सूर्य एवं अग्नि देव का पूजन कर प्राकृतिक संसाधनों के प्रति आभार प्रकट करते हैं, यह वास्तव में एक श्रेष्ठ परम्परा है जो संदेश देती है कि प्रकृति व प्राकृतिक संसाधनों के बिना हमारा जीवन सम्भव नहीं है। प्रकृति व पर्यावरण स्वच्छ है तो न केवल हमारी फसलें सुरक्षित है बल्कि हमारा जीवन भी सुरक्षित है। इसी प्रार्थना के साथ अलाव में मूंगफली, गुड़ की रेवड़ी और मखाना चढ़ाते हैं और फिर लोकप्रिय लोक गीत गाते हुए उसके चारों ओर नृत्य करते हैं।

लोहड़ी पर्व सामाजिक मेलजोल, एकता व एकजुटता का अद्भुत संदेश देता है। लोहड़ी के अवसर पर पूरा परिवार और समुदाय के लोग एक साथ मिलकर उत्सव मनाते हैं जिससे सामाजिक बंधन मजबूत होते हैं। कार्यक्रम में कालेश्वर मानव सेवा ट्रस्ट की संस्थापक वैशाली शर्मा के साथ शैफाली अरोरा, नीरज सिरोही, अनील कुमार पाल आदि मौजूद रहे।

By ADMIN

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed