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रमजान के मुबारक महीने में रोजे रखने की परंपरा है।

Byrashmi kashyap

Apr 3, 2022
रमजान के मुबारक महीने में रोजे रखने की परंपरा है।

रमजान के मुबारक महीने में रोजे रखने की परंपरा है।

रमजान के मुबारक महीने में रोजे रखने की परंपरा है।

रमजान के मुबारक महीने में रोजे रखने की परंपरा है।

रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत होने जा रही है जिसको लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग तैयारियों में जुटे हैं। रमजान के मुबारक महीने में रोजे रखने की परंपरा है।

रमजान के मुबारक महीने में रोजे रखने की परंपरा है।

इस महीने को मुश्लिम समुदाय सबसे पाक महीना मानते हैं। 29 या 30 दिन के रोजे के बाद ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाता है। इस मौके पर लोग नए कपड़े पहनकर अपने दोस्तों, सगे-संबंधियों को मुबारकबाद भी देते हैं और एक-दूसरे को सेवइयां खिलाते हैं।

तीन अप्रैल से रमजान का पवित्र महीना शुरू हो रहा है जिसे सबसे पवित्र माना गया है। आमतौर पर रोजे 29 से 30 दिनों तक रखे जाते हैं। इसके बाद खुशी से ईद उल फितर मनाई जाती है। रमजान इस बार तीन अप्रैल से शुरू हो रहा है। यानी पहला रोजा तीन अप्रैल को रखा जाएगा। हालांकि चांद अगर दो अप्रैल को दिखा तो तीन अप्रैल से रोजा रखा जाएगा।

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