राजस्थान में शिक्षक द्वारा एक छात्र की पीट-पीटकर हत्या करने के विरोध में हरिद्वार के ग्राम ब्रह्मपुरी रावली महदूद में दलित समाज के लोगों द्वारा कैंडल मार्च निकाला गया ओर हत्यारे शिक्षक को फांसी की सजा की मांग की गई।इस दौरान कैंडल मार्च शामिल हुए लोगों ने मृतक छात्र को श्रद्धांजलि अर्पित की।
दलित समाज के लोगों ने हत्यारोपी शिक्षक को फांसी की सजा की मांग की। समाजसेवी सोनू नौटियाल ने कहा कि दलित समाज के ऊपर इस तरह के अत्याचार पहले भी होते रहे हैं लेकिन कभी कोई हिंदू संगठन आवाज उठाने के लिए आगे नहीं बढ़ा है उन्होंने कहा कि आज पूरा दलित समाज उन संगठनों से पूछता है कि आखिरकार राजस्थान में इतनी बड़ी घटना के बाद भी वह निकल कर आगे क्यों नहीं आ रहे हैं। दरअसल, यह मामला राजस्थान के जालोर जिले के सुराणा गांव के सरस्वती विद्यालय का है, जहां स्कूल के शिक्षक छैल सिंह पर मटके में रखे हुए पानी को दलित बच्चे के द्वारा छू देने के बाद उसे जान से मार देने का आरोप है। बताया जाता है कि शिक्षक ने तीसरी कक्षा के दलित छात्र इंद्र मेघवाल को सिर्फ मटकी छू देने की वजह से मार डाला। गंभीर रुप से घायल होने के बाद 13 अगस्त को इंद्र मेघवाल की मौत हो गई। नाबालिग के साथ मारपीट की घटना बीते 20 जुलाई की बताई जा रही हैं।