हरिद्वार में भारतीय किसान यूनियन ने गन्ना मूल्य बढ़ोतरी, मुफ्त बिजली समेत अन्य मांगों को लेकर राजधानी घेराव की चेतावनी दी। इसके लिए एक सितंबर को हरिद्वार, देहरादून, उधमसिंहनगर, नैनीताल और पौड़ी जिले में विरोध प्रदर्शन कर सरकार को एक माह का समय दिया जाएगा।एक सितंबर को रुड़की में किसानों की महापंचायत होगी। हरिद्वार प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता करते हुए भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी ने बताया कि सरकार ने सबसे पहले प्रदेश के 70 विधायकों का वेतन बढ़ाने का काम किया है।
सरकार की नजर में सिर्फ 70 विधायक ही प्रदेश के सबसे ज्यादा गरीब व्यक्ति हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि विधायकों की वेतन बढ़ोतरी वापस लेते हुए किसानों का कर्ज माफ किया जाए। ऊर्जा प्रदेश में बिजली मुफ्त दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने देश भर के किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था, लेकिन चुनाव के बाद उद्योगपतियों के 20 लाख करोड रुपए माफ किए गए। जबकि किसानों का 12 लाख करोड़ का कर्ज जस का तस बना हुआ है। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने आरोप लगाया कि किसानों के 10 हजार तक के चालान काटे जा रहे हैं। जबकि किसान 100 रुपये से अधिक चालान देने में असमर्थ है कि आरटीओ और पुलिस उत्पीड़न और शोषण कर रही है। आरोप लगाया कि अग्निवीर योजना लाकर देश की सुरक्षा को खतरे में डाला गया है और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एक सितंबर को रुड़की तहसील में महापंचायत की जाएगी। सरकार एक महीने में भी समस्याओं का समाधान नहीं करती है कि अक्टूबर माह में देहरादून कूच करते हुए पूरी राजधानी को जाम कर दिया जाएगा।