हरिद्वारः छठी मैया और सूर्य की उपासना का महापर्व छठ की शुरुआत नहाय खाय के साथ शुरू हो गई थी आज छठ पूजा का तीसरा दिन है हरिद्वार में भी पूर्वांचली लोक परंपरा, संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए समर्पित छठ पूजा आयोजन समिति के तत्वावधान में महापर्व मनाया जा रहा है. धर्मनगरी के सभी घाटों पर पूर्वांचल समाज के लोग आस्था और उल्लास के साथ छठ पर्व मना रहे हैं।
विशेष तौर पर सूर्य देवता और छठ माता की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इनकी पूजा से संतान प्राप्ति, संतान की रक्षा और सुख समृद्धि का वरदान मिलता है. चार दिनों तक चलने वाला यह महापर्व मुख्य तौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश ओर उत्तराखंड के कई हिस्सों में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है.मान्यताओं के अनुसार छठी मैया को सूर्य देव की बहन माना जाता है. इसलिए छठी मैया को प्रसन्न करने के लिए सूर्यदेव की पूजा की जाती है और नदियों या तालाब के तट पर सूर्यदेव की आराधना की जाती है. कहा जाता है कि सूर्य की पूजा करने से छठी मैया प्रसन्न होती हैं।