हरिद्वार स्वास्थ्य विभाग की नाक नीचे बड़ा खेल,क्लिनिकों पर धड़ल्ले से बिकता नशा
हरिद्वार रोशनाबाद / जहां एक ओर उत्तराखण्ड सरकार राज्य को नशा मुक्त बनाने की मुहीम छेड चुकी है तो दूसरी ओर इन्हे ऐसे अवैध क्लीनिक चुनौती देते नजर आ रहे है जो कहीं दूर नही बल्कि रोशनाबाद स्वास्थ्य विभाग की नाक नीचे खुला टांडव कर रहे है,
बता दें की उत्तराखण्ड सरकार की इस मुहीम मे पुलिस प्रसाशन का भी अहम किरदार नजर आ रहा है जो इस मुहीम मे किसी भी ऐसे अपराधी को खुला नही छोड़ रही जो नशा बेच रहे है , लेकिन न जाने स्वास्थ्य विभाग की कुर्सी मे ऐसा कौन सा जंग लग चूका है जो पास ही धड़ल्ले से चल रहे अवैध क्लिनिकों पर पूरा मेहरबान नजर आ रहा है, स्वास्थ्य विभाग की इस निंद्रा से स्पस्ट हो जाता है की उत्तराखण्ड सरकार की इस मुहीम पर नशे के कारोबारियों के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग भी पानी फेर रहा है,
स्वास्थ्य विभाग की नाक नीचे नशे का कारोबार,
रोशनाबाद सिडकुल के आस पास ऐसे बहुत से क्लीनिक है जिन पर योग्यता के पुरे प्रणाणपत्र भी नही, बावजूद उसके न तो इन पर किसी कार्यवाही का प्रभाव नजर आ रहा है ओर न ही स्वास्थ्य विभाग का कोई डर, जिस कारण कहीं न कहीं इस मामले मे स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत की भी आशंका स्पस्ट हो जाती है,
जानिये कैसे बेच रहे है क्लिनिकों पर नशा?
यह भी बता देते है की इन अवैध क्लीनिको से आप नशे का कोई भी सामान खरीद सकते है उसके लिए आपको किसी ऐसे ग्राहक के साथ आना होगा जो पहले से इन क्लीनिको से नशा खरीद रहा है, यदि आपकी बात बन जाती है तो आपको पांच मिनट इन्तजार भी करना होगा क्योंकि क्लीनिक पर काम करने वाला लड़का कहीं आस पास गुप्त स्थान पर जाएगा ओर वहा से सामान लाकर आपको देगा,क्योंकि पुलिस के डर से ये लोग अब क्लिनिकों पर ऐसा कोई सामान कम ही रखते है जो कानून की नजर मे अवैध होता है,
मजे की बात तो ये है की कभी इस क्षेत्र मे किसी क्लीनिक की न तो जांच हुई है ओर न ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से नशे के खिलाफ कोई अभियान छेड़ा गया, इतना अवश्य बताएँगे की अवैध मेडिकलों की जांच समय समय पर होती रही है, फिर उन क्लिनिकों पर क्यों नही जो बिना किसी योग्यता के धड़ल्ले से नशे का व्यापार कर युवाओं की जान से खिलवाड़ कर रहे है, कहीं ये सब काली मलाई का खेल तो नही,