उत्तराखंड सरकार बनारस और महाकाल की तर्ज पर हरिद्वार हरकी पौड़ी को कॉरीडोर बनाने की तैयारी कर रही है हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण द्वारा कोरिडोर को लेकर प्रस्ताव भी पास किया गया है धरातल पर जल्द ही कॉरिडोर बनाने का कार्य भी किया जा रहा है सरकार के इस फैसले का स्वागत संत समाज भी कर रहा है संत समाज का मानना है कि हरिद्वार धार्मिक नगरी है कोरिडोर बनने से हरिद्वार की एक अलग पहचान होगी और उत्तराखंड के व्यापार पर भी इसका असर पड़ेगा । हर की पौड़ी को कॉरिडोर बनाने को लेकर गढ़वाल कमिश्नर द्वारा कुछ दिनों पूर्व हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण में महत्वपूर्ण बैठक की थी जिसमें तमाम अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए थे हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे का कहना है कि
हर की पौड़ी को कॉरिडोर बनाने की महत्वपूर्ण योजना है बनारस और महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर ही हरिद्वार हर की पौड़ी को कोरिडोर बनाने के लिए हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण द्वारा प्रस्ताव पास किया गया है धरातल पर कार्य शुरू करने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है जिला अधिकारी का कहना है कि कॉरडोर बनने में अतिक्रमण रोड़ा ना बने हमारे द्वारा अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे हटाने की कार्रवाई की जा रही है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में कार्य किया जा रहा है आने वाले समय में हर की पौड़ी दिव्य और भव्य रूप में नजर आएगी।
सरकार की महत्वपूर्ण योजना का समर्थन समाज द्वारा भी किया जा रहा है अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्रपुरी का कहना है की
हर की पौड़ी का एक विशेष महत्व है ब्रह्मकुंड का उल्लेख पुराणों मे आता है भारत के हर कोने के साथ ही विदेशों से भी श्रद्धालु मां गंगा में स्नान करने आते हैं यहां अगर विकास का कार्य होता है तो उसकी प्रशंसा होनी चाहिए गढ़वाल कमिश्नर की अध्यक्षता में हरिद्वार को कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव पास हुआ है सरकार धर्माचारीयो से भी इस विषय में चर्चा करेगी विकास होना चाहिए क्योंकि टूरिज्म हमारे राज्य और देश की रीड की हड्डी है इनका कहना है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार कई धार्मिक स्थानों को कोरिडोर बनाने का कार्य कर रही है इसके लिए सरकार बधाई की पात्र है।
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी का कहना है कि
काशी विश्वनाथ और उज्जैन महाकालेश्वर कॉरिडोर के साथ भारत सरकार देश के कई प्राचीन सिद्धपीठ का विकास कर रही है धर्मनगरी हरिद्वार विश्व की अध्यात्मिक राजधानी है उत्तराखंड सरकार हरिद्वार हर की पौड़ी को कॉरिडोर के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रही है यह उत्तराखंड के साथ पूरी दुनिया के लिए विशाल धरोहर होगी और हर की पौड़ी की दिव्यता भव्यता विराट होगी इनका कहना है कि काशी विश्वनाथ बनारस में कोरिडोर बनने के बाद वहां के व्यापार को भी लाभ हुआ है उत्तराखंड छोटा राज्य है यहां पर पर्यटन और तीर्थाटन ही सबसे बड़ा व्यवसाय है कॉरीडोर बनने से उत्तराखंड का भी विकास होगा।
धर्मनगरी हरिद्वार देश और विदेशों में अपनी धार्मिक पहचान के लिए विख्यात है राज्य सरकार द्वारा हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड को बनारस और महाकाल की तर्ज पर कॉरीडोर बनाने की तैयारी कर रही है इससे उत्तराखंड के पर्यटन में भी इजाफा होगा साधु संतों द्वारा सरकार द्वारा की जा रही इस पहल का स्वागत किया जा रहा है अब देखना होगा सरकार कितनी जल्दी धरातल पर इस महत्वपूर्ण योजना को उतार पाती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।