सरस्वती नदी और माणा गांव किनारे पर बनी रौनक 25 हजार से भी अधिक श्रद्धालु लगा चुके है डुबकी
इस धार्मिक आयोजन को लेकर मान्यता है कि यहां पर इन दिनों 60 हजार देवी देवता स्नान करते हैं। दक्षिण भारत के श्रद्धालु भी इस शुभ अवसर पर नदी में डुबकी लगाकर पुण्य के भागीदार बनने के लिए यहां पहुंच रहे हैं।
माणा गांव के पास सरस्वती व अलकनंदा नदी के संगम पर चल रहे पुष्कर कुंभ में तीन दिन में 25 हजार से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। दक्षिण भारत से हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। माणा गांव के केशव प्रयाग में 12 साल बाद लगे पुष्कर कुंभ से पूरे क्षेत्र में रौनक बनी हुई है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचकर संगम पर स्नान कर रहे हैं।
हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग पितरों के लिए पिंडदान भी कर रहे हैं। 10 दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन को लेकर मान्यता है कि यहां पर इन दिनों 60 हजार देवी देवता स्नान करते हैं। दक्षिण भारत के श्रद्धालु भी इस शुभ अवसर पर नदी में डुबकी लगाकर पुण्य के भागीदार बनने के लिए यहां पहुंच रहे हैं। बदरीनाथ धाम से माणा गांव तक सभी पूरे रास्ते पर श्रद्धालुओं से रौनक बनी हुई है। शनिवार को पुष्कर कुंभ के तीसरे दिन भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु स्नान करने के लिए पहुंचे।