जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में शुक्रवार को कैम्प कार्यालय रोशनाबाद में जल जीवन मिशन योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
समीक्षा बैठक में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में अब तक हुई प्रगति के सम्बन्ध में चर्चा हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को पानी की पाइप लाइन बिछाने के लिये रोड कटिंग के सम्बन्ध में पूर्व की बैठक में संयुक्त निरीक्षण के दिये गये दिये निर्देशों के सम्बन्ध में जानकारी ली । इस पर अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त निरीक्षण का काफी कार्य हो गया है।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन सड़कों की मरम्मत का कार्य लोक निर्माण विभाग को नहीं करना है,उनकी मरम्मत यथाशीघ्र करें तथा जिन सड़कों की मरम्मत के लिये कार्यदायी संस्थाओं को लोक निर्माण विभाग को जो बजट देना है, उसे यथाशीघ्र उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्थायें जो भी रोड कटिंग करेंगी,उसकी परमिशन लोक निर्माण विभाग से यथाशीघ्र ऑनलाइन लें तथा उस सड़क की जो कटिंग होनी है, उसकी मरम्मत में जो खर्चा आना है, उसे पूर्व में ही जमा कराना सुनिश्चित करें तभी रोड कटिंग की परमिशन दी जायेगी।
बैठक में विद्युत विभाग के अधिकारियों ने जिलाधिकारी को कुछ जगहों पर ट्यूबवेल के लिये विद्युत कनेक्शन दिये जाने में स्थानीय स्तर पर आ रही दिक्कतों का जिक्र किया, जिस पर जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सम्बन्धित क्षेत्र के एसडीएम से सम्पर्क करें तथा आपसी तालमेल से जो भी मामले हैं, उनका निराकरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में सभी एसडीएम को पहले ही निर्देशित किया जा चुका है।
बैठक में जिलाधिकारी ने एसडीएम हरिद्वार से जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत भूमि सम्बन्धी आ रही दिक्कतों के सम्बन्ध में पूर्व में दिये गये निर्देशों के सम्बन्ध में जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि भूमि सम्बन्धी लगभग सभी मामलों का निराकरण कर दिया गया है।
जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के तहत जो भी प्रक्रियायें पूर्ण करनी हैं, उन्हें आगामी 30नवम्बर,2022 तक पूर्ण करना सुनिश्ति करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण श्री सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान श्री मदन सेन, जल निगम, अमृत योजना, विद्यत विभाग सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।