संवाददाता – प्रवेश राय
हरिद्वार के ग्राम रावली महदूद में एक ग्रामीण ने डेंटल क्लीनिक संचालक पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाया जा है। दरअसल मामला यह है कि रावली महदूद निवासी राधेश्याम के दांतों में पिछले कुछ समय दर्द की शिकायत चल रही थी। जिसके बाद राधेश्याम ने अपने घर पास ही स्थित आरोग्यम डेंटल क्लिनिक एवं इमप्लांट सेंटर पर इलाज कराया गया जहां क्लीनिक पर मौजूद डॉक्टर के द्वारा मरीज के दाँत को निकालने की बात गई ओर मरीज का इलाज शरू कर दिया गया । पीड़ित के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि डॉक्टर के द्वारा उनके इलाज को सही तरीके से नहीं किया गया जिसके चलते उनका आधा दांत टूट गया जिसके कारण उनको असहनीय दर्द होने लगा जिसके कारण उन्होंने एक फिर डॉक्टर से मुलाकात की ओर सारी समस्या बताई। लेकिन फिर भी क्लीनिक पर मौजूद डॉक्टर के द्वारा सही तरह से मरीज का इलाज नही किया गया। जबकि मरीज ने आरोप लगाते हुए बताया कि डॉ के द्वारा इलाज के नाम पर दोबारा उनसे अपनी फीस जमा करा ली गई ।
डेंटल क्लिनिक संचालक अश्वनी ने बताया कि मेरे द्वारा मरीज का सही तरह से इलाज किया गया था और मरीज को दो दिन के बाद दुबारा चैक के लिए बुलाया गया था। उन्होंने कहा जब किसी मरीज का दांत निकाला जाता है उसको 24 घंटे के बाद ही द्वारा चेक किया जाता है । क्लीनिक संचालक ने बताया की मरीज को 2 दिन की दवाई भी दी गई थी और जो दवाई उनको दी गई थी वह दर्द की ही दवाई थी । उन्होंने कहा कि अगर मरीज को इलाज के दौरान कोई परेशानी हुई थी तो उसकी जानकारी उन्हें स्वयं क्लीनिक पर आ कर देनी चाहिए थी।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी हेमंत आर्यने पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए बताया है कि ग्राम रावली महदूद में डेंटल क्लीनिक संचालक के द्वारा मरीज के साथ सही तरह से व्यवहार ओर इलाज में लापरवाही करने का मामला संज्ञान में आया है ओर पूर्व में हमारे पास इस तहर की लापरवाही के कई मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार को ऐसे लोगो के लिए एक टीम गठित कर पूरे मामले की जांच की जाएगी और यदि कोई बिना डिग्री या डिप्लोमा के क्लीनिक संचालित करते हुए पाया गया उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की।