दारुल उलूम के प्रमुख और शीर्ष इस्लामिक धर्मगुरु मौलाना अरशद मदनी ने हरिद्वार पहुंचकर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी से मुलाकात की दक्षिण काली मंदिर में हुई मुलाकात में दोनों धार्मिक गुरुओं की कई विषयों पर चर्चा हुई इस दौरान कैलाशनंद गिरि ने मदनी को भगवा शॉल ओढ़ाया वहीं अरशद मदनी ने भी स्वामी कैलाशानंद गिरी को हिंदी में अनुवादित कुरान शरीफ भेंट की।
मौलाना अरशद मदनी का कहना है कि हिंदू और मुस्लिम में राजनीतिक पार्टियों द्वारा भेदभाव उत्पन्न किया गया है हमें किसी भी धर्म के बारे में गलत नहीं बोलना चाहिए यह बात मैंने मोहन भागवत को भी कही थी कुछ राजनीतिक पार्टियां हिंदू मुस्लिम में आग लगाना चाहती है हम मजे भी लोग हैं हमारी आवाज लोगों तक जाएगी और सभी में एकता होगी जबरन धर्मांतरण पर अरशद मदनी ने कहा कि जबरन धर्मांतरण गलत है हालांकि अपनी मर्जी से कोई किसी भी धर्म को अपना सकता है उत्तराखंड सरकार द्वारा धर्मांतरण कानून लागू करने पर अरशद मदनी ने कहा कि सरकार धर्मांतर कानून नहीं बना सकती हर इंसान को अपने पसंद के धर्म में जाने का अधिकार है हम इस कानून से सहमत नहीं है जो राजनीतिक पार्टियां हिंदू मुस्लिम को आपस में लड़ाने का कार्य कर रही है हम उनके खिलाफ है आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी द्वारा भगवा वस्त्र पहनाने पर अरशद मदनी का कहना है कि इनके द्वारा यह मुझे सम्मान दिया गया है यह मेरे लिए खुशी की बात हैं।
वहीं निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि मदनी के साथ कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई है अरशद मदनी देश के शीर्ष मुस्लिम धर्मगुरु हैं उनके द्वारा दिया गया संदेश देश ही नहीं बल्कि दुनिया के मुस्लिम लोगों को प्रेरित करता है इसलिए हमारा प्रयास है कि इस मुलाकात से देश और समाज में सकारात्मक संदेश जाए और हर परिस्थिति में हम देश के साथ हैं आज हमारे द्वारा अरशद मदनी को शॉल और उत्तराखंड की टोपी पहना कर सम्मान दिया गया।