उत्तराखंड के सीमान्त शहर जोशीमठ मे हो रहे भू-धसाव को लेकर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा राज्य सरकार पर देरी से कार्य करने का आरोप लगाया गया था इसको लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी सरकार के समर्थन में खुलकर खड़े हो गए हैं और शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे है रविंद्रपरी ने साधु संतों से सरकार का सहयोग करने की अपील की है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी का कहना है कि दुर्भाग्य की बात है कि जब हमारे साधु-संत इस तरह का बयान देते हैं साधु संतों को इस तरह के बयानों से बचना चाहिए और ऐसी परिस्थिति में सरकार का सहयोग करना चाहिए क्योंकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ पर पूरी नजर बनाई हुई है इनका कहना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से काफी लगाव है संतों द्वारा सरकार पर आरोप लगाना और ऐसी विपदा की घड़ी में राजनीतिक करना उचित नहीं है क्योंकि दरारे सिर्फ एक मठ में नहीं पूरे जोशीमठ में आई है आपदा कभी बताकर नहीं आती है इनका कहना है कि दिल्ली सरकार भी इस मामले में अपनी पूरी नजर बनाए हुए हैं जोशीमठ को बचाने का कार्य किया जा रहा है।