इलेक्ट्रोहोम्योपैथी को एक स्वतंत्र चिकित्सा पद्धति के रूप में पूर्ण शासकीय मान्यता देने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आधीन 2017 मे गठित की गई इंटर डिपार्टमेंटल कमेटी आई डीसी 6 वर्षों के बाद अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपने जा रही है भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रोहोम्योपैथी को एक स्वतंत्र चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित करने व पूर्ण शासकीय मान्यता देने का रास्ता साफ हो गया है जिसे देश के लाखों चिकित्सकों में हर्ष की लहर दौड़ गई है।
हरिद्वार के चिकित्सकों ने इएमए के केन्द्रीय कार्यालय बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइंस ज्वालापुर के सभागार मे हर्ष बैठक आयोजित कर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष डा के पीएस चौहान का सम्मान किया इएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा के पीएस चौहान का कहना है की इलेक्ट्रोहोम्योपैथी को लेकर 6 साल पहले एक कमेटी का गठन किया गया था उनके द्वारा अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को दी जा रही है इसे देश में प्रचलित विभिन्न अन्य चिकित्सा पद्धतियों की भांति इलेक्ट्रोहोम्योपैथी काउंसिल बनने से इसके चिकित्सकों को सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं मे नियुक्ति मिलने का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा।