उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मजार जेहाद को लेकर उठाए गए कदम का संतो ने जोरदार स्वागत किया है हरिद्वार में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी के नेतृत्व में संतों ने बैठक कर मुख्यमंत्री का धन्यवाद जताया संतों का कहना है कि दूसरे राज्यों को भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के इस कदम से प्रेरणा लेनी चाहिए और जहां-जहां भी सरकारी जमीनों पर अवैध मजारे केवल भूमि कब्जाने के लिए बनाई गई हैं उनको तत्काल तोड़ देना चाहिए ।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा जो कार्य किया जा रहा है बहुत ही सराहनीय है क्योंकि देश में अवैध तरीके से मजारे बनाई जाती है इस पर प्रतिबंध लगाना बहुत ही आवश्यक है हिंदू धर्म के लोग भी इसपर ध्यान दें कि अवैध मजारे ना बन सके इनका कहना है की मजारे बनानी ही है तो अपनी जमीन खरीद कर बनाई जाए सरकारी संपत्ति पर मजारे ना बनाई जाए आज हमारे द्वारा इस मुद्दे पर बैठक की गई सभी साधु संत मुख्यमंत्री द्वारा की जा रही कार्रवाई से संतुष्ट है इनका कहना है की देश में जितनी भी जगह अवैध मजारे बनाई गई है उसे तुरंत तोड़ा जाए।
निरंजन अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी का कहना है कि पूरे देश में इस तरह का अभियान चलाना चाहिए क्योंकि सरकारी भूमि पर अवैध मजारे बनाई जा रही है और मजार के नाम पर अराजक तत्व के लोग कार्य करते है उत्तराखंड सरकार ने इसको लेकर बड़ी पहल की है उत्तराखंड सरकार को बधाई के साथ सभी का सहयोग भी मिलना चाहिए इनका कहना है कि सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में ही नहीं अन्य राज्यों की सरकार को भी इस तरह की कार्रवाई करनी चाहिए उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य बना है जिसकी सरकार द्वारा अवैध मजारों पर कार्रवाई की जा रही है ।
कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि वे उत्तराखंड में मजारों की आड़ में लैंड जिहाद बिल्कुल भी नहीं पनपने देंगे जिसके बाद सरकार द्वारा तमाम ऐसे स्थल चिन्हित किए जा रहे हैं जहां हाल ही के दिनों में अवैध मजारे बनी हैं संतो ने बैठक करके मुख्यमंत्री के इस बयान की जमकर प्रशंसा करी और कहा कि जिस धर्म की यह मजारें हैं उस धर्म के लोगों को भी इन अवैध मजारों का विरोध करना चाहिए