हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों में हाथियों की दस्तक से दहशत, हाथियों को रोकना वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती,
हरिद्वार। हरिद्वार के शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली हाथियों की लगातार दस्तक से स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल है। हाल ही में हरिद्वार के प्रसिद्ध गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के परिसर में एक जंगली हाथी के घुस आने से छात्र, शिक्षकों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में हाथी ने प्रवेश किया हो, लेकिन हालिया घटना ने सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इसी प्रकार, बहादराबाद के बोंगला गांव में भी जंगली हाथियों की आवाजाही बढ़ गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि बीते कुछ दिनों में कई बार हाथियों को गांव के पास देखा गया है। इस वजह से लोग खेतों और सड़कों पर जाने से डर रहे हैं। बोंगला के ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के आने से फसल को नुकसान होने का खतरा भी बढ़ गया है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक हानि हो सकती है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए वन विभाग को कई बार शिकायत की है, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग जंगली हाथियों को आबादी वाले क्षेत्रों में आने से रोकने के लिए उचित उपाय करें।
स्थानीय निवासियों की चिंता और वन विभाग की जिम्मेदारी
ग्रामीणों का कहना है कि जंगलों में पानी और भोजन की कमी के चलते हाथी आबादी वाले क्षेत्रों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। यह स्थिति वन विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण है, लेकिन इसके लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है।
स्थानीय लोग वन विभाग से जल्द से जल्द ठोस समाधान की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उनकी जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और फसलें भी सुरक्षित रहें।