उत्तराखंड में सिर्फ कुछ ही स्कूलों में बच्चों ने पढ़ा गया गीता का श्लोक आदेश न पहुंचने से कई जगह पर नहीं किया गया पालन
कुछ स्कूलों में बच्चों ने गीता का श्लोक पढ़ा तो कुछ जगह नहीं। दरअसल, इस संबंध में कुछ स्कूलों तक लिखित आदेश नहीं पहुंचा। यही वजह रही कि कुछ स्कूलों में प्रार्थना सभा में गीता का श्लोक नहीं सुनाया गया। शिक्षा निदेशक के निर्देश के बाद भी सभी स्कूलों में बच्चों को गीता का श्लोक पढ़ाने और सुनाने का आदेश नहीं पहुंचा। ऐसे में मंगलवार को कुछ स्कूलों में बच्चों को इसे पढ़ाया व सुनाया गया तो कुछ में नहीं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती के निर्देश के बाद देहरादून, हरिद्वार, पिथौरागढ़ आदि जिलों के स्कूलों में बच्चों को प्रार्थना सभा के दौरान शिक्षकों ने बच्चों को गीता का श्लोक सुनाया। उन्होंने बच्चों को इसका अर्थ समझाते हुए वैज्ञानिक दृष्टिकोण की जानकारी दी, लेकिन टिहरी जिले में इस संबंध में कोई लिखित आदेश नहीं मिला। यही वजह रही कि कुछ स्कूलों में प्रार्थना सभा में गीता का श्लोक नहीं सुनाया गया।
राजकीय इंटर कालेज नागणी के शिक्षक मनजीत सिंह ने बताया कि प्रार्थना सभा के समय छात्र-छात्राओं को गीता के श्लोक सुनाएं जाने एवं उसका अर्थ बताएं जाने की उन्हें मौखिक जानकारी है, लेकिन अभी तक विद्यालय को लिखित में कोई आदेश नहीं मिला। इस संबंध में आदेश मिलने पर उसका पालन किया जाएगा। हालांकि जिले के जिला शिक्षा अधिकारी वीपी सिंह बताते हैं कि इस संबंध में सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिया गया था।