रिपोर्ट– कोमल पुंडीर
हरिद्वार- ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल करते हुए आईटीसी मिशन सुनहरा कल (एसबीएमए) और पीएनबी आरसेटी के सहयोग से दादूपुर गोविंदपुर, ब्लॉक बहादराबाद में धूपबत्ती और अगरबत्ती निर्माण का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। यह प्रशिक्षण 18 अगस्त से 29 अगस्त तक चला और 30 अगस्त को समापन किया गया।
कार्यक्रम में सात स्वयं सहायता समूहों की 25 महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं को गाय के गोबर से धूपबत्ती व अगरबत्ती बनाने की तकनीक सिखाई गई। प्रशिक्षण का मार्गदर्शन लक्सर ब्लॉक की मास्टर ट्रेनर पवित्रा जी ने किया, जबकि पीएनबी आरसेटी की गीता मैडम ने प्रतिभागियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। प्रशिक्षण के संचालन में आईटीसी मिशन सुनहरा कल से जुड़े समूह प्रेरकों ने सहयोग किया।
यह प्रशिक्षण न केवल महिलाओं को स्वरोज़गार की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर देता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी प्रोत्साहित करता है। गोबर से बने उत्पाद बाज़ार में मांग वाले हैं और ग्रामीण महिलाओं के लिए अतिरिक्त आय का साधन बन सकते हैं।
आईटीसी मिशन सुनहरा कल ने समूहों को संगठित करने और प्रशिक्षण के सफल आयोजन में अहम भूमिका निभाई। वहीं, सरकार का आजीविका मिशन (एनआरएलएम) इसे सतत आजीविका से जोड़ने की संरचना उपलब्ध कराता है। पीएनबी आरसेटी ने तकनीकी प्रशिक्षण और उद्यमिता विकास में सहयोग किया।
समापन अवसर पर महिलाओं ने व्यक्त किया कि यह प्रशिक्षण उनके लिए आत्मनिर्भरता की नई राह खोलता है और वे इस हुनर को स्वरोज़गार तथा सामूहिक उद्यम में बदलने के लिए तैयार हैं।