कार्तिक पूर्णिमा पर मनसा देवी मंदिर में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर जिलाधिकारी ने लिया सख्त रुख।
हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा पर्व से पहले प्रशासन पूरी तरह सतर्क मोड में आ गया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मां मनसा देवी मंदिर क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करते हुए सुरक्षा, सौंदर्यकरण और निर्माण कार्यों की बारीकी से समीक्षा की। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कार्तिक पूर्णिमा से पहले मंदिर परिसर में बन रही स्थायी चौकी को हर हाल में संचालित कर दिया जाए और भीड़ नियंत्रण की ठोस योजना तैयार की जाए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने सुरक्षा टीम को ब्रीफ किया और सब इंस्पेक्टर हाकम सिंह तोमर को निर्देश दिए कि कार्तिक पूर्णिमा पर संभावित श्रद्धालु भीड़ को देखते हुए पुलिस, मंदिर ट्रस्ट और रोपवे प्रबंधन आपसी समन्वय से काम करें। उन्होंने साफ कहा कि जरूरत पड़ने पर भीड़ बढ़ने की स्थिति में सिर्फ मुख्य मंदिर ही खुला रखा जाए ताकि व्यवस्थाएं बिगड़ने ना पाएं।

मयूर दीक्षित जिलाधिकारी ने मनसा देवी पहाड़ी क्षेत्र के संरक्षण और कटाव रोकने के लिए चल रहे निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में किसी भी तरह की जल्दबाजी या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, काम पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा होना चाहिए। साथ ही निर्देश दिए गए कि 2 नवंबर से 6 नवंबर तक सभी निर्माण और मरम्मत कार्य रोके जाएं और निर्माण सामग्री रास्ते से हटा ली जाए।
डीएम मयूर दीक्षित ने मंदिर परिसर में चिकित्सा कक्ष की स्थिति भी देखी और स्वास्थ्य सेवाओं से संतोष जताया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधाओं में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। साथ ही उन्होंने मंदिर परिसर में धार्मिक पोस्टर लगाने और निजी पोस्टर हटाने के निर्देश दिए।डीएम ने साफ कहा मां मनसा देवी का सौंदर्यकरण सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि पर्यावरण और पर्यटन दृष्टिकोण से भी बेहद अहम है। मंदिर का कायाकल्प दिव्य और भव्य रूप में होना चाहिए।

