भाजपा से निष्कासित किए गए पूर्व मंत्री डॉ हरक सिंह रावत कांग्रेसमें घर वापसी का मामला लटका होने के कारण उनके सामने स्थिति असहज बनी हुई है चर्चा है कि भाजपा उन्हें माफ कर पार्टी में ले सकते हैं भाजपा द्वारा विधानसभा की केदारनाथ सीट का टिकट फिलहाल रिक्त छोड़े जाने को इससे जोड़ कर देखा जा सकता है भाजपा हाईकमान ने रविवार को कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी से 6 साल से निष्कासित कर दिया था उन्हें मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त कर दिया गया था बताया गया कि हरक सिंह स्वयं के साथ ही परिवार के लिए विधानसभा के तीन टिकट मांग रहे थे जिस दिन पार्टी ने यह निर्णय लिया उस दिन हरक सिंह दिल्ली में थे इसके बाद से ही हरक सिंह के कांग्रेस में घर वापसी की चर्चा होने लगी थी कांग्रेस के उन 9 विधायकों में शामिल थे 2 मार्च 2016 के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद कांग्रेस का हाथ से टक्कर भाजपा में शामिल हो गए थे
भाजपा से निष्कासित किए जाने के बाद ये तय माना जा रहा था कि वे कांग्रेस में वापसी करेंगे, लेकिन अभी तक इस दिशा में बात नहीं बन पाई है। वजह ये कि कांग्रेस के भीतर उन्हें लिए जाने को लेकर तमाम तरह के किंतु-परंतु हैं। ऐसे में उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कयासबाजी का दौर भी शुरू हो गया है।