हिमाचल प्रदेश की धर्म संसद को स्थगित कर वसीम रिज़वी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी की रिहाई के लिए अभियान चलाने के लिए संतों ने हुंकार भर दी है। स्वामी यति नरसिंहानंद ने अपनी हालत का जिम्मेदार महात्मा गांधी और गांधीवादी विचार को बताया। डासना मंदिर के पीठाधीश्वर और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने घोषणा की है कि वह सर्वानंद घाट छोड़ रहे हैं और घाट छोड़कर पदयात्रा कर दिल्ली रवाना होंगे और दिल्ली में गांधी समाधि पर जाकर अपना आमरण अनशन शुरू करेंगे। संतो द्वारा 27 फरवरी से शुरू होने वाली इस पदयात्रा को लेकर हरिद्वार सहित दूसरे स्थानों से भी संतों का समर्थन लेने की तैयारी चल रही है।