हरिद्वार में गंगा हिमालय और उत्तराखंड को बचाने के लिए मातृ सदन आश्रम में चल रहे तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन हो गया सम्मेलन में देश के कोने-कोने से आए पर्यावरण विदो द्वारा हिमालय गंगा और जोशीमठ आपदा को लेकर मंथन किया गया समापन कार्यक्रम में भारतीय किसान यूनियन अंबावत के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि पाल अंबावत और पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना पहुंचे इनके द्वारा सरकार से मांग की गई उत्तराखंड देव भूमि है इसे पर्यटन से ना जोड़ा जाए और उत्तराखंड में चल रहे बड़े बड़े प्रोजेक्टों पर रोक लगाने चाहिए।
मातृ सदन के अध्यक्ष स्वामी शिवानंद का कहना है कि जोशीमठ आपदा पहली आपद नहीं है पहले केदारनाथ में आपदा आई अब जोशीमठ के अस्तित्व पर खतरा हो गया कब तक हम इन आपदाओं को झेलते रहेंगे उत्तराखंड में विकास के नाम पर विनाश हो रहा है प्राकृतिक की आवाज को सुनने वाला कोई नहीं है प्राकृतिक अपना रौद्र रूप दिखा रही है मगर सभी लोग अपने स्वार्थ में लिप्त है और देवभूमि को नष्ट कर रहे हैं उत्तराखंड को बचाने के लिए मातृ सदन ने बलिदान दिया है अगर ब्रह्मलीन हुए स्वामी सानंद की बात को मानकर परियोजनाओं को बंद किया होता तो आज ऐसी आपदाएं नहीं आती।
समापन कार्यक्रम में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन अंबावत के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि पाल अंबावत का कहना है कि उत्तराखंड में आपदाएं आती रहती है इसके लिए खनन के कार्यों पर पूर्णता रोक लगानी चाहिए शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद द्वारा परियोजनाओं को बंद करने की बात की गई है इसका हम समर्थन करते हैं कांग्रेस के पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना का कहना है कि उत्तराखंड देवभूमि है और यह आस्था का केंद्र है मगर यहां पर कई लोग मौज मस्ती करने आते हैं इसे देवभूमि नष्ट हो जाएगी यही देखने को मिल रहा है उत्तराखंड अब व्यापार का केंद्र बन गया है आपदा से उत्तराखंड को बचाने के लिए बड़े बड़े प्रोजेक्टों पर रोक लगे ।
बाइट –अवतार सिंह भड़ाना– पूर्व सांसद कांग्रेस