उत्तराखंड में हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा इलाके में आज अवैध मदरसा और नमाज स्थल को तोड़ने की कार्रवाई की गई. इस दौरान जेसीबी लेकर नमाज वाली जगह को तोड़ने पहुंची नगर निगम की टीम पर लोगों की ओर से हमला किया गया. उपद्रवियों ने प्रशासन, पत्रकारों और पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसमें अब तक SDM, SP, 10 पुलिसकर्मी और पत्रकार समेत 100 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो चुके हैं.
- बनभूलपुरा थाने में लगाई आग
घटनाक्रम के बाद राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने हाई लेवल मीटिंग बैठाई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने का घेराव कर वहां पत्थरबाजी की और थाने में आग लगाई. इसके अलावा कई गाड़ियों और ट्रांसफार्मर को आग के हवाले किया. ट्रांसफार्मर जलने से पूरे इलाके में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई है.
बुरी तरह घायल हुई फोर्स
शहर में बिगड़ते हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस की ओर से हवाई फायरिंग की गई. वहीं कई अन्य थानों से भी पुलिस फोर्स बुलाई गई. बता दें कि नगर निगम की टीम पुलिस बल के साथ मदरसे और नमाज स्थल को तोड़ने पहुंची ही थी कि वहां पर मौजूद एक समुदाय की महिलाएं और युवक विरोध प्रदर्शन करने लगे. इस दौरान देखते ही देखते उपद्रवियों ने प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की टीम पर भारी पथराव शुरू कर दिया. पथराव के कारण कई पुलिस कर्मी, SDM और नगर निगम कर्मचारी बुरी तरह घायल हो गए.
पुलिस ने छोड़ी आंसू गैस
मामला बिगड़ता देख नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, SDM परितोष वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने लोगों को काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन उनका पथराव बिल्कुल भी नहीं रुका. ऐसे में पथराव रोकने के लिए पुलिस को आंसूं गैस का सहारा लेना पड़ा. बता दें कि जिस जमीन पर मदरसा और नमाज स्थल बनाई गई है वह जमीन अवैध है.
दंगइयों को गोली मारने के आदेश
शहर के बिगड़े हालात को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार और मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के साथ इमरजेंसी मीटिंग की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. बता दें कि उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के आदेश जारी किए गए हैं. इसके अलावा शासन के निर्देश पर दंगा करने वालों को देखते ही गोली मरने के आदेश भी जारी किए गए हैं.