शिवडेल स्कूल, हरिद्वार में आज राष्ट्रीय खेल दिवस धूमधाम से मनाया गया, जिसमें सभी आयु वर्ग के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह वार्षिक आयोजन महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की याद में मनाया जाता है।
खेल दिवस का उद्घाटन स्कूल के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी शरदपुरी ने किया। स्वामी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, “खेल केवल शारीरिक क्रियाओं तक सीमित नहीं है; यह मन की शक्ति और आत्म-निर्भरता को भी प्रकट करता है। हमें खेल के माध्यम से अनुशासन, टीमवर्क और सामंजस्य की महत्वपूर्ण बातें सीखनी चाहिए। खेल हमें एकजुट करता है और हमारे भीतर छिपी ऊर्जा को उजागर करता है।”
स्ववेद प्ले ग्रुप के नन्हे मुन्ने बच्चों ने मनोरंजक गतिविधियों और विभिन्न दौड़ों का आनंद लिया, जो उन्हें सक्रिय और मनोरंजक बनाए रखने के लिए डिज़ाइन की गई थीं। कक्षा 1 से 5 के छोटे छात्रों ने विभिन्न स्थानीय खेलों में भाग लिया, जिसमें पारंपरिक खेलों का उत्साहपूर्वक उत्सव मनाया गया। कक्षा 1 और 2 के छात्रों ने पोषंपा और हूप रोलिंग जैसे खेलों का आनंद लिया, जबकि कक्षा 3 के छात्रों ने लंगड़ी और पोषंपा में भाग लिया। कक्षा 4 और 5 के छात्रों ने हूप रोलिंग और वृत्त खो-खो में मस्ती की, जिससे शारीरिक गतिविधियों और पारंपरिक खेलों का शानदार मिश्रण हुआ।
कक्षा 6 से 12 के छात्रों के लिए मुख्य आकर्षण इंटर-हाउस बास्केटबॉल प्रतियोगिता और इंटर-क्लास शतरंज प्रतियोगिता थी। बास्केटबॉल कोर्ट पर विभिन्न हाउस टीमों ने अपनी कौशल और टीमवर्क का बेहतरीन प्रदर्शन किया। शतरंज प्रतियोगिता ने छात्रों को अपनी रणनीतिक सोच और बौद्धिक क्षमताओं को उजागर करने का मंच प्रदान किया।
शिवडेल स्कूल में राष्ट्रीय खेल दिवस का यह उत्सव स्कूल की खेल भावना, शारीरिक फिटनेस और पारंपरिक खेलों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस आयोजन ने न केवल शारीरिक गतिविधियों के महत्व को उजागर किया, बल्कि सामुदायिक भावना और स्कूल की आत्मा को भी सशक्त किया।
प्रधानाचार्य अरविंद बंसल ने इस सफल आयोजन के अंत में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा, “आज का दिन हमारे स्कूल की सामुदायिक भावना और खेलों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मैं इस आयोजन को सफल बनाने में अपनी मेहनत और समर्पण के लिए सभी छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों का दिल से धन्यवाद करता हूँ।”
समन्वयक विपिन मलिक, विनीत मिश्रा, और अन्य समर्पित शिक्षकों ने सभी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया, उन्हें शुभकामनाएँ दीं और इस आयोजन को सफल बनाने में अपना अमूल्य योगदान दिया।