आखिर क्यों की जाती है आज के दिन मां कालरात्रि की पूजा चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन क्या है महत्व इस पूजा का
आखिर क्यों की जाती है आज के दिन मां कालरात्रि की पूजा चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन क्या है महत्व इस पूजा का धर्म नगरी हरिद्वार में पिछले 7 दिनों से मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जा रही है। चैत्र नवरात्र के दिनों में सुबह सवेरे से ही श्रद्धालु हरिद्वार के अलग-अलग शक्तिपीठों पर पहुंचकर मां भगवती की आराधना करते हैं।
चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है।मां कालरात्रि ही पूजा हिंदू धर्म में बड़े ही विधि विधान से की जाती है। काल का नाश करने वाली माता कालरात्रि की पूजा मध्य रात्रि में बेहद शुभ माना गया है।
देवी कालरात्रि गुड़ का भोग अति प्रिय होता है।नवरात्रि के 9 दिनों में माता दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है और आखिरी दिन हवन-कन्या पूजन किया जाता है. मातारानी की पूजा-आराधना जीवन के सारे दुख और कष्ट दूर कर देती है
माना जाता है कि इन 9 दिनों में मां दुर्गा खुद धरती पर विचरण करने आती हैं. इस साल 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ हो चुकी हैं और 30 मार्च तक चलेंगी. इस बार नवरात्रि पर ग्रह-नक्षत्रों की स्थितियां बेहद शुभ बनी हुई हैं. वहीं अष्टमी और नवमी तिथि पर शुभ योगों का दुर्लभ संयोग बन रहा है. उसमें नवमी तिथि को राम नवमी कहते हैं क्योंकि इस दिन भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाता है।